Subscribe to our
डायरिया, जिसे हिंदी में अतिसार या दस्त कहा जाता है, एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पतला मल त्याग होता है। यह समस्या किसी भी आयु के लोगों को हो सकती है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों में यह अधिक सामान्य होती है। डायरिया सामान्यतः कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन गंभीर मामलों में यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है। डायरिया की सबसे अधिक संभावना बच्चों और बुजुर्गों को होती है।
ज्यादा जानकारी के लिए हमें कॉल करें +91 9667064100.
Table of Contents
डायरिया (अतिसार या दस्त) एक पाचन समस्या है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पतला, पानी जैसा मल त्याग होता है। यह एक लक्षण है, न कि स्वयं एक रोग, और इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं। डायरिया, जिसे हिंदी में दस्त या अतिसार कहा जाता है, एक सामान्य पाचन समस्या है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पतला, पानी जैसा मल त्याग होता है। यह एक लक्षण है, न कि स्वयं एक रोग, और इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं। डायरिया आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बना रहे या गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
डायरिया के लक्षण (Symptoms of Diarrhea)
अगर ये डायरिया के लक्षण (Diarrhea Ke Lakshan) लंबे समय तक बने रहें या गंभीर हों, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में डायरिया के मामलों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि ये समूह निर्जलीकरण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। डायरिया के निम्नलिखित लक्षण:
यह अचानक शुरू होता है और आमतौर पर एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। यह अक्सर संक्रमण (बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी) के कारण होता है।
यह चार सप्ताह या उससे अधिक समय तक चलता है और इसके कारण आंतों के रोग, खाद्य असहिष्णुता, या अन्य अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
यह बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी संक्रमण के कारण होता है। उदाहरण के लिए, ई.कोलाई, सैल्मोनेला, रोटावायरस, और जियार्डिया जैसी संक्रमण।
यह तब होता है जब आंतों में असमर्थनीय पदार्थ होते हैं जो पानी को खींचते हैं। उदाहरण के लिए, लैक्टोज असहिष्णुता में, लैक्टोज को पचाने में असमर्थता के कारण ऑस्मोटिक डायरिया होता है।
इसमें आंतों में अधिक पानी और लवण का स्राव होता है। यह आंतों की सूजन, संक्रमण, या हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकता है।
यह आंतों की सूजन या घाव के कारण होता है। इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD), जैसे कि क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस, इसका उदाहरण हैं।
इसमें शरीर पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता, जैसे कि सीलिएक रोग और क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस।
यह आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है, खासकर यात्रा के दौरान।
यह कुछ दवाओं, जैसे एंटीबायोटिक्स, लैक्जेटिव्स, या कीमोथेरेपी दवाओं के सेवन से होता है।
इसमें डायरिया के कोई स्पष्ट शारीरिक कारण नहीं होते और यह अक्सर इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) से जुड़ा होता है।
बैक्टीरिया संक्रमण :
वायरस संक्रमण:
परजीवी संक्रमण:
दूषित भोजन और पानी :
खाद्य से एलर्जी :
दवाइयों के प्रभाव :
आंतों के विकार :
मलासॉर्प्शन सिंड्रोम (Malabsorption Syndromes) :
अन्य कारण :
वयस्कों में डायरिया के मामलों का उपचार अक्सर गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, फिजीशियन, शिशु रोग या डॉक्टर द्वारा किया जाता है। डॉक्टर की सलाह के लिए आज ही फ़ोन करें - +91 9667064100.
सारांश में, डायरिया एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, जिसे सही समय पर पहचान और उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है। बच्चों और बुजुर्गों में डायरिया के मामलों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। सामान्य चिकित्सक, फिजीशियन, फैमिली डॉक्टर प्रारंभिक स्तर पर डायरिया का इलाज और आवश्यक सलाह दे सकते हैं। अगर डायरिया गंभीर है या बार-बार हो रहा है, तो आंत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श किया जाता है। ये डॉक्टर आंतों और पेट की बीमारियों में विशेषज्ञ होते हैं। बच्चों में डायरिया के इलाज के लिए बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श किया जाता है। यदि डायरिया का कारण किसी संक्रमण से संबंधित है, तो संक्रामक रोग विशेषज्ञ का परामर्श लिया जा सकता है। यदि डायरिया किसी खाद्य एलर्जी या इम्यून सिस्टम से संबंधित है, तो इम्यूनोलॉजिस्ट मदद कर सकते हैं। सामान्य रूप से, यदि डायरिया का मामला सामान्य है, तो सामान्य चिकित्सक पर्याप्त हो सकते हैं। लेकिन यदि समस्या गंभीर हो, लम्बे समय तक बनी रहे, या विशेष कारणों से हो, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना उचित है।
प्रश्न 1: डायरिया क्या है ?
उत्तर: डायरिया एक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पतले दस्त होते हैं। यह आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन गंभीर मामलों में अधिक समय भी लग सकता है।
प्रश्न 2: डायरिया के कारण क्या हैं ?
उत्तर: डायरिया के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के संक्रमण, दूषित भोजन या पानी का सेवन, खाद्य असहिष्णुता (जैसे लैक्टोज असहिष्णुता), कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट, पाचन तंत्र के विकार (जैसे इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम, क्रोहन डिजीज) शामिल है।
प्रश्न 3: डायरिया के लक्षण क्या हैं ?
उत्तर: डायरिया के सामान्य लक्षणों में बार-बार पतले दस्त, पेट में दर्द और ऐंठन, मतली और उल्टी, बुखार, थकान और कमजोरी शामिल है।
प्रश्न 4: डायरिया का उपचार कैसे किया जाता है ?
उत्तर: डायरिया के उपचार में खूब सारे तरल पदार्थ पीना (जैसे पानी, ओआरएस), हल्का और पोषक भोजन करना (जैसे चावल, केले, सेब),चिकित्सक द्वारा बताई गई दवाओं का सेवन, गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती कराना शमिल है।
प्रश्न 5: डायरिया से बचाव के उपाय क्या हैं ?
उत्तर: डायरिया से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं। जिनमें स्वच्छता का ध्यान रखना (जैसे हाथ धोना), साफ और सुरक्षित भोजन और पानी का सेवन, दूषित भोजन और पानी से बचना, खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह पकाना शामिल है।
प्रश्न : बच्चों में डायरिया का उपचार कैसे किया जाता है ?
उत्तर: बच्चों में डायरिया का उपचार वयस्कों की तरह ही किया जाता है, लेकिन बच्चों में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उन्हें पर्याप्त तरल पदार्थ देना और ओआरएस का सेवन कराना महत्वपूर्ण है। गंभीर मामलों में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।